धोनी का नाम सुनते ही दिल में एक आवाज गूंजती है – "धोनी finishes off in style!" ये शब्द हर भारतीय क्रिकेट फैन के लिए यादगार हैं। पर धोनी की जिंदगी इतनी आसान नहीं थी जितनी नजर आती है।
7 जुलाई 1981 को रांची के छोटे से शहर में जन्मे धोनी ने फुटबॉल और बैडमिंटन से शुरुआत की। लेकिन स्कूल के क्रिकेट कोच ने उनके विकेटकीपिंग टैलेंट को पहचाना, जिससे उनका क्रिकेट सफर शुरू हुआ।
रेलवे में Ticket Collector (TC) की नौकरी से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने तक, धोनी का सफर संघर्ष से भरा था। उन्होंने 2003 में रेलवे की नौकरी छोड़ी और 2004 में भारतीय टीम में एंट्री ली।
धोनी अपने लंबे बालों और पावरफुल बैटिंग स्टाइल के लिए मशहूर हुए। पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ़ जबरदस्त शतक लगाकर, वो युवाओं के बीच सेंसेशन बन गए।
2007 T20 वर्ल्ड कप में पहली बार कप्तानी करते हुए धोनी ने टीम इंडिया को चैंपियन बनाया। इसके बाद उनकी शांत कप्तानी के कारण उन्हें "Captain Cool" कहा जाने लगा।
धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट ने 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल को ऐतिहासिक बना दिया। वानखेड़े स्टेडियम में विजयी छक्का लगाकर, उन्होंने भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाया।
मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी शांत रहने वाले धोनी, भारत के सबसे सफल कप्तान बने। वो दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने तीन ICC ट्रॉफी जीती हैं।
धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया, लेकिन IPL में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी अब भी जारी है। क्रिकेट के साथ-साथ वो एक सफल बिजनेसमैन भी हैं।
महेंद्र सिंह धोनी का सफर सिर्फ एक क्रिकेटर का नहीं, बल्कि छोटे शहर से निकले एक लड़के के बड़े सपनों का सफर है। धोनी युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं।