PM Vishwakarma Yojana 2025: आज के समय में जब रोजगार और आत्मनिर्भरता की चर्चा हर घर तक पहुंच रही है, ऐसे में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PM Vishwakarma Yojana) लाखों लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर सामने आई है। यह योजना उन कारीगरों और परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए है, जिनकी कला और मेहनत समाज में हमेशा अहम रही है लेकिन अक्सर उन्हें आर्थिक सहारा नहीं मिल पाता।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
इस योजना का मकसद सिर्फ आर्थिक सहायता देना नहीं है, बल्कि उन लोगों को सशक्त बनाना है जो परंपरागत व्यवसाय से जुड़कर अपनी पहचान बनाए हुए हैं। सरकार का प्रयास है कि कारीगरों को आधुनिक प्रशिक्षण, वित्तीय मदद और संसाधन देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए ताकि वे बदलते समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।
कौन ले सकता है लाभ?
पीएम विश्वकर्मा योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो पारंपरिक 18 तरह के कामों से जुड़े हैं। इनमें राजमिस्त्री, लोहार, मूर्तिकार, बुनकर, नाई, धोबी, दर्जी, टोकरी या चटाई बनाने वाले, खिलौना निर्माता, अस्त्रकार, नाव और ताला बनाने वाले जैसे कारीगर शामिल हैं। यानी वे लोग, जिनका हुनर आज भी समाज की ज़रूरत है।
मिलने वाले लाभ
इस योजना में शामिल होने पर सबसे पहले कारीगरों को कुछ दिनों की एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है। प्रशिक्षण के दौरान हर दिन ₹500 स्टाइपेंड मिलता है। इसके अलावा, टूलकिट खरीदने के लिए ₹15,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है।
योजना में आसान ब्याज दर पर लोन की सुविधा भी है। शुरुआत में लाभार्थी को ₹1 लाख का लोन मिलता है, जिसे चुकाने के बाद ₹2 लाख तक का अतिरिक्त लोन भी मिल सकता है।
आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना में आवेदन करना बहुत आसान है। इच्छुक उम्मीदवार योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं, जिनके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया मुश्किल है, वे अपने नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना न सिर्फ कारीगरों को आर्थिक सहारा देती है, बल्कि उनके हुनर को भी सम्मान दिलाती है। यह योजना उन लाखों लोगों के लिए बदलाव का मौका है जो अपनी कला से समाज में योगदान तो देते हैं, लेकिन आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हैं।
Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी देना है। योजना से संबंधित अंतिम और सटीक जानकारी के लिए कृपया आधिकारिक सरकारी पोर्टल या संबंधित विभाग से संपर्क करें।