Lenskart IPO: भारत में ऑनलाइन आईवियर की दुनिया को नया चेहरा देने वाली कंपनी लेंसकार्ट अब स्टॉक मार्केट में अपनी दस्तक देने जा रही है। रोज़मर्रा की ज़िंदगी में चश्मा पहनने की आदत को स्टाइल और सुविधा से जोड़ने वाली इस कंपनी ने अब एक नया कदम बढ़ाया है। कंपनी को अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए सेबी से मंजूरी मिल चुकी है, और अब कुछ ही हफ्तों में इसका अपडेटेड प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया जाएगा। नवंबर के मध्य में कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो सकते हैं।
₹8,876 करोड़ जुटाने की योजना, बनेगा साल का तीसरा सबसे बड़ा IPO
रिपोर्ट्स के अनुसार, लेंसकार्ट लगभग 1 बिलियन डॉलर (करीब ₹8,876 करोड़) का फंड जुटाने की तैयारी में है। कंपनी की वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर आंकी जा रही है, जिससे यह इस साल का तीसरा सबसे बड़ा IPO बन जाएगा। यह फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) का कॉम्बिनेशन होगा, जिसके तहत 13 करोड़ से अधिक शेयर बाजार में जारी किए जाएंगे।
Lenskart IPO से मिलने वाले फंड को कंपनी अपने विस्तार में लगाएगी। नए स्टोर खोलने से लेकर मौजूदा स्टोर्स के लीज और किराए पर खर्च, टेक्नोलॉजी इन्वेस्टमेंट और ब्रांड मार्केटिंग जैसे कई क्षेत्रों में यह राशि काम आएगी। इसके अलावा कंपनी अपने CoCo (कंपनी ओन्ड एंड ऑपरेटेड) स्टोर्स को भी मजबूत बनाएगी ताकि ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिल सके।
Lenskart IPO: FY25 में ₹297 करोड़ का मुनाफा
वित्त वर्ष 2025 लेंसकार्ट के लिए बेहद खास रहा। कंपनी ने इस साल ₹297 करोड़ का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले वर्ष उसे ₹10 करोड़ का घाटा हुआ था। राजस्व में भी 22% की शानदार बढ़ोतरी हुई और यह ₹6,625 करोड़ तक पहुंच गया। FY25 में कंपनी ने 105 नए आईवियर कलेक्शन लॉन्च किए, 1.24 करोड़ ग्राहकों को 2.72 करोड़ यूनिट बेचे और दुनिया भर में 2,723 स्टोर संचालित किए।
Lenskart IPO: 2010 में ऑनलाइन शुरुआत, आज बना मार्केट लीडर
लेंसकार्ट की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है जितनी इसकी सफलता। 2008 में आइडिया और 2010 में लॉन्च हुई इस कंपनी की शुरुआत एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हुई थी। तीन दोस्तों पीयूष बंसल, उनके कोलकाता के दोस्त और सुमीत कपाही ने मिलकर इस ब्रांड को खड़ा किया। शुरुआत में उन्होंने कई ई-कॉमर्स वेबसाइट्स बनाई, लेकिन जल्द ही उन्होंने महसूस किया कि भारत में चश्मों के बाजार में अपार संभावनाएं हैं। इसके बाद उन्होंने पूरा ध्यान लेंसकार्ट पर केंद्रित किया और आज यह भारत की सबसे बड़ी आईवियर कंपनियों में गिनी जाती है।
Lenskart IPO क्यों होता है और निवेशकों के लिए क्यों अहम है
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर आम जनता के लिए जारी करती है, तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) कहा जाता है। इससे कंपनी को अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए फंड मिलता है, जबकि आम लोगों को कंपनी के शेयरों में निवेश करने और मुनाफे में हिस्सेदार बनने का मौका मिलता है। Lenskart IPO भी निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर बन सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक रिपोर्ट्स और उपलब्ध तथ्यों पर आधारित है। यह लेख केवल सूचना और सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।